Faridabad News (citymail News) नहर पार बसाए जा रहे ग्रेटर फरीदाबाद में समस्याओं का अंबार है। नहर पार रिहायशी सोसायटी और कमिर्शियल सैक्टरों से सरकार ने कई सौ करोड़ रुपए का रेवन्यू तो हासिल कर लिया, मगर सुविधाओं के नाम पर वहां पूरी तरह से अभाव है। खास तौर पर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट ना होने की वजह से वहां रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस पूरे शहर मेें सीवर लाईनों को मुख्य लाईनों से ना जोडऩे की वजह से सीवर सफाई करने वाले टै्रक्टरों द्वारा भूजल को दूषित किया जा रहा है।
जमीन में मिला रहे हैं दूषित जल
ये सीवर का पानी भरकर ले जाने वाले टै्रक्टर ग्रेटर फरीदाबाद में कहीं भी गंदा पानी डाल देते हैं। जिसकी वजह से भूजल दूषित हो रहा है। हाल ही में सामाजिक कार्यकर्ता संतोष शर्मा ने ऐसे ही तीन ट्रेक्टरों की एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सीवर का गंदा काला पानी बीपीटीपी के सैक्टर 76 नेस्ट डोर के सामने और सैक्टर 79 की जमीन पर डाल रहे हैं। इससे साबित होता है कि प्रशासन पूरी तरह से सोया हुआ है और आने वाले दिनों के लिए भूजल के पूरी तरह से दूषित होने का इंतजार कर रहा है।
शिकायतों पर नहीं हो रही कार्रवाई
हैरत की बात है कि सैंकड़ों दफा शिकायतें करने के बावजूद प्रशासन इस समस्या का समाधान करने के लिए तैयार ही नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता संतोष शर्मा ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन के अधिकारी इस पूरे इलाके का बेडागर्क करने पर तुले हुए हैं।