फरीदाबाद में डीसी यशपाल यादव की अगुवाई में काम कर रहे नगर निगम में अवैध निर्माणों का खेल रूकने का नाम नहीं ले रहा है। तोडफ़ोड़ विभाग के अधिकारी सख्त आयुक्त की नाक के नीचे इस खेल को अंजाम देने में लगे हुए हैं। यही वजह है कि अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने के बावजूद वह निर्माण फिर से बनने लगता है। इसका मतलब लोग यह मान रहे हैं कि अधिकारियों से सैटिंग होने के बाद फिर से यह निर्माण बनने लगा है।
हाल ही में निगम ने एनआईटी नंबर-1 की मार्केट में 1-K/ 20 नामक प्लाट पर एक बड़े अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाए थे। इस कार्रवाई का नेतृत्व एसडीओ अमित कुमार द्वारा किया गया था। काफी देर तक अवैध निर्माण को तोड़ा गया। एसडीओ ने अपनी पीठ ठोकी और अगले दिन फिर से अवैध निर्माण पर काम शुरू हो गया। लोग इस मामले को बड़े भ्रष्टाचार से जोडक़र देख रहे हैं। लोगों का कहना है कि शहर में अवैध निर्माणों पर होने वाली कार्रवाई केवल और केवल उगाही के मकसद से की जाती है। यदि ऐसा नहीं होता तो शहर में जिन अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की गई है, या तो वह रूक जाते या फिर दोबारा से उन पर काम शुरू नहीं होता। यदि ऐसा है तो फिर इसका मतलब किसी को बताने की जरूरत नहीं है। शहर में जगह जगह चल रहे अवैध निर्माण उगाही के जीते जागते प्रमाण हैं।