New Delhi News (citymail news) उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को दिल्ली में तीन वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और किसानों के मसले पर जल्द सहमति बनाने की अपील की। दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की और सभी से गतिरोध जल्द खत्म करवाने की अपील की।
राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के विषय को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उन्हें अगले 24 से 48 घंटों में गतिरोध खत्म होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष सहमति बनाने के पक्षधर हैं और इसीलिए अब तक कई दौर की बातचीत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कुछ विषयों पर दोनों पक्ष एकमत हुए तभी एक के बाद एक करके छह दौर की बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसानों को भेजे गए 24 पेज के प्रस्ताव में न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने पर सहमति जताई गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर स्थिति सामान्य हो जाएगी।
दुष्यंत चौटाला ने फिर कहा कि वे पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे डिप्टी सीएम के पद पर किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित कर रहे हैं और अगर एमएसपी व्यवस्था पर कोई आंच आई तो पद पर नहीं रहेंगे। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार देश में अधिकतम फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है और इस वर्ष भी अधिकतम किसानों को इसका लाभ मिला है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात में किसानों से बातचीत को प्राथमिकता के आधार पर करने और सकारात्मक हल निकालने की वकालत की है। दो सप्ताह से चल रहे गतिरोध पर दुष्यंत चौटाला की ये पहल काफी महत्वपूर्ण है और इससे दोनों पक्षों को समाधान की उम्मीद बंधी है।
हरियाणा में किसानों की छह फसलें खरीदी एमएसपी पर,-
डिप्टी सीएम ने बताया कि हरियाणा इकलौता राज्य है जिसने छह फसलों को एमएसपी पर खरीदा है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मक्के को बाजार भाव से 600 रुपये प्रति क्विंटल अधिक पर खरीदा और बाजरा को बाजार से 700 रुपये अधिक दाम पर खरीदा। वहीं एमएसपी पर धान की 56 लाख मीट्रिक टन खरीद हुई और पैसा सीधा किसान के खाते में भेजा गया।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पंजाब के किसान वहां की सरकार की खराब व्यवस्था से नाराज हैं और इसीलिए आंदोलनरत हैं। डिप्टी सीएम ने अपील करते हुए कहा कि पंजाब से आए लोग सकारात्मक हैं और उम्मीद करते हैं कि सकारात्मकता बनी रहेगी और कोई असामाजिक तत्व इसमें ना घुसने पाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर 1000 से ज्यादा सिविल प्रशासन के कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल किसानों की आवाज थे और मेरी भी जिम्मेदारी है कि मैं किसानों के हक में काम करूं और मैंने पहले भी और आज भी केंद्र के नेताओं से बात की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के वार्ताकार सकारात्मक हैं और गतिरोध को खत्म करना चाहते हैं। दुष्यंत ने कहा कि किसान यूनियन नेता आपस में सहमति बनाएं और केंद्र के नेताओं से बात करें, इससे सहमति बन जाएगी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि किसानों और केंद्र सरकार के बीच अब तक 6 दौर की बातचीत हुई है और किसानों के अधिकतम सुझाव केंद्र ने लिखित में माने है। उन्होंने कहा कि जिन पर गतिरोध है उन पर केंद्र बातचीत के लिए तैयार है और बातचीत से ही समाधान संभव है। उन्होंने कहा कि चर्चा ही ना करने की जिद लगाने से परिणाम आने में देरी होगी और उम्मीद है कि जल्द आगे की बातचीत होगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार लिखित में एमएसपी की गारंटी देने को तैयार है और यह किसानों की जीत है।