विधायक के ठाठ—बाट के क्या ही कहना! लेकिन बिहार के गया में एक विधायक अपनी ठाठ—बाट को छोड़कर दोस्त के ड्राइवर बन गए. राजद विधायक सतीश कुमार दास अपने दोस्त की शादी में शामिल हुए और दोस्त की गाड़ी को चलाकर लड़की के घर तक पहुंचाया. विधायक को ड्राइवर बना हुए देखकर लोग हैरान हो गए.
मखदुमपुर से विधायक सतीश कुमार ने बताया कि मेरे सबसे अजीज दोस्त मिथिलेश की शादी थी. मैं उसकी शादी को लेकर बेहद उत्साहित था. दोस्त का निमंत्रण मिलते ही मैं उसके घर शादी समारोह में शामिल होने पहुंच गया. दूल्हे मिथिलेश को विधायक ने गाड़ी में बिठाकर खुद चलाकर लड़की के घर पहुंचाया. दोस्त के इस तरह का व्यवहार देखकर मिथिलेश काफी खुश हो गए. लड़की के घर वाालें ने विधायक का जोर—शोर से स्वागत किया. छात्रावास में एक साथ रहने वाले इन दोनों की दोस्ती अटूट है. दोस्ती का फर्ज़ निभाते हुए मिथिलेश को सतीश ने अपना पीए भी बना लिया है. दोस्ती हो तो ऐसी. इस दोस्ती को दुनिया की नज़र ना लगे.
दोस्ती हो तो मिथिलेश और सतीश जैसी. सतीश ने विधायक होते हुए भी अपने दोस्त की शादी में शामिल होकर चार चांद लगा दिए. आजकल तो लोग व्यस्ता का बहाना बनाकर शादी में शामिल भी नहीं होते हैं.