सरकारी नौकरी का क्रेज आज भी लोगों के सिर चढ़कर बोलता है. हर कोई चाहता है कि वह सरकारी बाबू ही बने. सरकारी नौकरी पाने के लिए युवा जी-तोड़ मेहनत करते हैं. एक महिला के लिए सरकारी नौकरी कितनी महत्वपूर्ण है, इसका उदाहरण पेश किया है प्रज्ञा ने, जो अपने पति को मंडप में अकेला छोड़कर नौकरी की काउंसलिंग के लिए आॅफिस पहुंच गई थी. प्रज्ञा को नौकरी मिल भी गई है. यूपी के गौंडा स्थित रामनगर में रहने वाली प्रज्ञा सिंदूर की रस्म पूरी करके बीएसए आॅफिस में नौकरी की काउंसलिंग के चली गई. मांग में भरा हुआ सिंदूर लगाकर प्रज्ञा लाइन में अपनी बारी का इंतजार कर रही थी. अपने सभी डाॅक्यूमेंट को चेक करवाने के बाद जब प्रज्ञा की नौकरी पक्की हो गई तो उसकी खुशियां दोगूनी हो गई. घर लौटकर प्रज्ञा ने शादी की अन्य रस्में बड़ी ही खुशी के साथ पूरी की. शादी के बाद प्रज्ञा ससुराल के लिए विदा हो गई. प्रज्ञा को लोग शादी और नौकरी दोनो की बधाई दे रहे हैं.
प्रज्ञा ने कहा कि करियर मेरे लिए बहुत जरूरी है. हर लड़की को इंडिपेंडट होना बहुत जरूरी है आज के समय में. मैं सभी लड़कियों से कहना चाहती हूं कि अपनी नौकरी पर अत्यधिक ध्यान दो. सभी माता-पिता को अपनी लड़कियों को पढ़ाना चाहिए. वह गौंडा में शिक्षक पद पर तैनात हो गई हैं. उनके इस हौसले को हमारा सलाम. प्रज्ञा से अन्य लड़कियों को भी सबक लेना चाहिए. लड़कियों को अगर मौका दिया जाए तो वह मेहनत करने से कभी नहीं चूकती.