New Delhi: नए कृषि कानून को लेकर किसान व केंद्र सरकार के बीच हुई बातचीत से कोई हल नहीं निकल पाया है। वहीं किसान अब 8 दिसंबर यानि की मंगलवार को भारत बंद का ऐलान कर चुके हैं। दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर डटे किसानों के साथ किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि मंगलवार को पूरा भारत बंद रहेगा। इस बार 26 जनवरी की परेड़ में किसानों के पूरे सिस्टम को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर हमेशा उबड़-खाबड़ जमीन पर ही चला है। लेकिन इस बार उसे भी राजपथ की मखमली सडक़ पर चलने का मौका मिलना चाहिए।
8 तारीख को पूरा भारत बंद रहेगा। इस बार 26 जनवरी की परेड में किसानों के पूरे सिस्टम को शामिल किया जाए। ट्रैक्टर हमेशा उबड़-खाबड़ ज़मीन पर ही चला है उसे भी राजपथ की मखमली सड़क पर चलने का मौका मिलना चाहिए: दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/f4PbT7QM0U
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 4, 2020
गौर करने वाली बात यह है कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के साथ बातचीत तो कर रही है। गुरुवार को भी किसानों के साथ विज्ञान भवन में एक बैठक की गई। लोगों को लगा था कि कुछ तो हल निकल कर आएगा। लेकिन बात नहीं बन पाई।
किसानों ने किया बॉर्डर जाम, लोगों ने कहा बंधक हमे क्यों बनाया जा रहा है।
राजधानी दिल्ली व हरियाणा-यूपी से सटे बॉर्डर पर किसानों ने डेरा डाल लिया है। न ही किसी व्यक्ति को दिल्ली आने दिया जा रहा है, और न ही किसी को दिल्ली से बाहर जाने दिया जा रहा है। इस तरह के बयान लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। एक यूजर लिखते हैं कि हर बार प्रदर्शन में दिल्ली के लोगों को क्यों बंधक बनाया जाता है।
पांच दिसंबर को एक बार फिर होगी बात
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को एक बार फिर केंद्र सरकार के नेताओं व किसान नेताओं के बीच बैठक होनी है। संभावना जताई जा रही है कि इस पांचवी बैठक के बाद कुछ तो फैसला निकलकर आएगा।