New Delhi: कहते हैं हर इंसान के अंदर कुछ करने की कला छुपी होती है। बस इंसान को उस कला को दुनिया के सामने लाने की जरूरत है। कुछ ऐसी ही कहानी आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं। यह कहानी है बूट पॉलिश करने वाली सोनू की। जो पंजाब में परिवार का खर्च चलाने के लिए बूट पॉलिश करता है। पिता का देहांत हो चुका है। घर में दो वक्त का खाना पकाने के लिए सोनू की मां को दूसरे लोगों के घरों से चावल लाने पड़ते हैं। जिसके बाद ही खाना बन पाता है। सोनू की मां कहती है कि पति के न होने का अहसास बहुत होता है। इन सब दुखों के बीच सोनू चाहता है कि वो कुछ ऐसा करे जिससे ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा सके। जिससे उसकी मां को दूसरों के घरों से चावल न मांगना पड़े।
कड़ा संघर्ष कर सोनू पहुंचा इंडियन आइडल के सेट पर
सोनू गाना गाने का शौकीन है। लेकिन जिस घर में रोटी भी उधारी के राशन से बनती हो। वहां पर गायकी सिखने के लिए पैसे कहां से आएंगे। हालांकि सोनू मोबाइल में गाने सुनकर ही गाना गाता है। उसने इंडियन आइडल के शो में भी अपनी प्रस्तुति दी है। जज नेहा कक्कड़, विशाल डडलानी और अनू मलिक के सामने सोनू ने गाना प्रस्तुत किया। जिसके बाद तीनों जजों ने उसे स्टेंडिंग ओवेशन दिया। और उसकी गायकी की खुब तारीफ भी की। और थियेटर राउंड के लिए चुन लिया।