New Delhi: बेहतर शिक्षा पाना सभी का मौलिक अधिकार है। लेकिन फिर भी कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जो किसी कारण ज्यादा नहीं पढ़ पाते हैं। बावजूद वह कुछ ऐसा कर जाते हैं कि अच्छे पढ़े-लिखे लोग भी उनकी तारीफ किए थकते नहीं हैं। ऐसी ही एक महिला हैं संतोष देवी खदेड़। संतोष अपनी खेती के गुण से सालाना लाखों रुपये कमा रही हैं। खास बात यह है कि उनके इस गुण को सीखने के लिए रोजाना 15 से 20 किसान उनसे संपर्क करते हैं। संतोष देवी राजस्थान के सीकर और झुंझनू जिले की सीमा के बीच बेरी गांव की रहने वाली हैं।

पांचवी तक मिली शिक्षा
संतोष महज पांचवी तक पढ़ी हैं, और उनकी 15 साल में ही माता-पिता ने शादी कर दी। उनके पति प्रति माह 3 हजार रुपये गार्ड की नौकरी कर कमाते हैं। संतोष देवी ने साल 2008 में खेती करने का सोचा। जिसके लिए उन्होंने अपनी भैंस बेच दी। और उन पैसों से खेत में नलकूप लगाए। खेत की सिंचाई के लिए उसे जनरेटर से कनेक्ट किया। उन्होंने इस खेत में 220 सिंदुरी अनार के पौधे लगाए। साल 2011 में इनमें फल भी आने लगे। जानकारी के मुताबिक अब संतोष देवी इन अनार के फलों से सालाना लाखों रूपये कमाती हैं। उनकी खेती के जज्बे को देखते हुए उन्हें कृषि वैज्ञानिक का पुरस्कार भी दिया गया। संतोष देवी को राज्य के कृषि मंत्री ने 1 लाख रुपये का ईनाम भी दिया है।