New Delhi: उत्तराखंड का नाम सुनते ही आपने मन में हरिद्वार, ऋषिकेश, जिम कॉर्बेट जैसी जगहों के नाम घूमने लगते हैं। अब घूमे क्यों न उत्तराखंड जगह ही ऐसी है। अगर उत्तराखंड को नेचुरेल ब्यूटी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसी नेचुरेल ब्यूटी में से एक है शिवालिक एलिफेंट रिजर्व। इस रिजर्व में 1500 से ज्यादा हाथी रहते हैं। लेकिन यहां की भाजपा सरकार इस एलिफेंट रिजर्व को हटाने का काम कर रही है। इस एलिफेंट रिवर्ज को सरकार द्वारा डिनोटिफाई किया जा रहा है। इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि इस एलिफेंट रिजर्व की वजह से कई विकास कार्य रूक गए हैं। हालांकि सरकार इस बात का जवाब नहीं दे रही है कि वह इस रिजर्व को हटाने के बाद इन हाथियों को कहां पर शिफ्ट करेगी। जो कि एक महत्वपूर्ण विषय है। आखिर कहां जाएंगे ये हाथी।
कांग्रेस ने जारी किया था नोटिफिकेशन
जानकारी के मुताबिक 22 अक्टूबर 2002 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए इसे एलिफेंट रिजर्व घोषित कर दिया था। यह क्षेत्र 5 हजार वर्ग किलोमीटर का है।जहां सुंदर दिखने वाले ये हाथी रहते हैं। अब जाहिर हैं हाथियों को नया घर मिला तो इनका कुनबा भी बढ़ा। एक आंकड़े के अनुसार जो कि उत्तराखंड सरकार की वाइल्ड लाइफ विभाग की ओर से जारी है। इसके तहत साल 2001 में हाथियों की संख्या 1507 थी। 2003 में 1582, 2005 में 1510, 2012 में 1559 और 2015 में 1797 संख्या रही। इन आंकड़ों पर गौर करे तो एक चीज निकलकर सामने आती हैं कि लगातार हाथियों का कुनबा बढ़ा है। बस 2007 में हाथियों की संख्या 1346 रही थी। बताते चले कि हाथियों की संख्या के मामले में उत्तराखंड आठवे नंबर पर आता है. और केरल पहले नंबर पर।
धरती पर दूसरे सबसे बड़े हाथी हैं
एलिफेंट रिजर्व उत्तराखंड में विशाल हाथियों का इकलौता अभ्यारण है। इसकी खास बात यह है कि ये एशियाई हाथियों का घर है। अफ्रीकन हाथियों के बाद धरती पर ये हाथी दूसरे नंबर पर है। इतना सबकुछ होने के बाद भी इस रिजर्व को हटाने का काम शुरू होने वाला है।