
पंजाब से दिल्ली आ रहे किसानों को चंडीगढ़-दिल्ली हाइवे पर रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है.कृषि बिल के प्रति अपना विरोध जताने के लिए पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने आ रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारी इन किसानों को समझाने के लिए बात कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार नए कृषि कानून को वापस लें. कोरोना की वजह से किसी भी तरह की सभा का आयोजन करने से पुलिस ने मना कर दिया है.

सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों से नाराज़ देश के कई किसान संगठन दिल्ली प्रदर्शन के लिए निकल गए हैं. किसानों की आवाजाही को रोकने के लिए फरीदाबाद में धारा 144 लगा दिया गया है वहीं बॉर्डर इलाके में पुलिस की तैनाती कर दी गई है. पुलिस ने स्थिति से निपटने के लिए सभी तरह के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.

बता दें कि पंजाब के किसानों ने दिल्ली में अनिचिश्तकालीन धरने का आश्वासन दिया है. किसानों ने कहा कि वो अपने साथ जेनेटर, सिलेंडर-चूल्हा खाने-पीने की सारी व्यवस्था साथ लेकर आएंगे. पंजाब किसान को अब हरियाणा के किसानों का भी साथ मिल गया है. 26—27 नवंबर को किसानों ने दिल्ली पहुंचने का ऐलान किया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि हम प्रदर्शन के लिए मना नहीं कर रहे हैं लेकिन राजधानी में अभी स्थिति प्रदर्शन करने लायक नहीं हैं. कोरोना की वजह से स्थिति बदतर हो गई है. सोशल डिस्टेंसिंग मेंटन करना इनके लिए मुश्किल हो जाएगा.