
Faridabad News (citymail news) पिछले दिनों नगर निगम सभागार की पार्किंग परिसर में शराब पीने के मामले में हरियाणा सरकार ने नगर निगम फरीदाबाद में तैनात चीफ अकाउंट ऑफीसर विशाल कौशिक को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। विशाल कौशिक के खिलाफ इससे पहले भी कई सीएम विंडो और शिकायतें विचाराधीन है। जिनकी जांच अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। शराब वाले मामले में नगर निगम के अधिकारियों ने उस दिन विशाल के साथ मौजूद अन्य किसी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है।
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यह मामला हरियाणा सरकार के संज्ञान में पहुंचा
बता दें कि करीब 5 दिन पहले शाम के समय नगर निगम के सभागार की पार्किंग में गाड़ी के अंदर बैठकर विशाल कौशिक और उसके कुछ साथी अधिकारी व कर्मचारी शराब पी रहे थे। मीडिया कर्मी जब वहां पहुंचे तो सभी लोग वहां से भाग खड़े हुए। यह मामला हरियाणा सरकार के संज्ञान में पहुंचा दो सरकार ने कार्रवाई करते हुए तुरंत विशाल कौशिक को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए जबकि बाकी अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है
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बाकि कर्मचारियों को क्यों छोड़ दिया-
बता दें कि यदि शराब पीने के चलते ही विशाल कौशिक को सस्पैंड किया गया है तो इस मामले में वह अकेला अधिकारी नहीं था। उसके साथ निगम के और भी कर्मचारी थी। जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। केवल विशाल कौशिक को ही सस्पैंड किया गया है। माना जा रहा है कि इस प्रकरण में केवल एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई किया जाना, किसी ओर मामले की तरफ संकेत कर रहा है।
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एकाऊंट आफिसर ने कहा वह बेकसूर हैं-
इस बारे में एकाऊंट आफिसर विशाल कौशिक का कहना है कि उन्हें खुद नहीं पता कि आखिर किस गलती की वजह से उन्हें सस्पैंड किया गया है। आदेश उनके पास भी पहुंचे हैं, उन आदेशों में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं बताया गया है। वह इन आदेशों को लेकर अपना स्पष्टीकरण अवश्य देंगे। उन्होंने कहा कि यदि निगम सभागार में शराब पीने के चलते यह निलंबन किया गया है तो वह बता दें कि मौके पर वह थे ही नहीं। उनकी माता जी बीमार हैं और सर्वोदय अस्पताल में भर्ती हैं। पिछले 15 दिन से वह उनकी सेवा में लगे हुए हैं। उनके हिसाब से वह बेकसूर हैं और बिना किसी जांच के उन्हें निलंबित किया गया है।