Chandigarh News(citymail news ) समाचार पत्रों की रिपोर्ट के अनुसार 33 वर्षीय महिला जिसे कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे थे को 5 जून 2020 को सोनीपत जिले के गोहाना चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया था परंतु चिकित्सा अधिकारियों नेलापरवाही बरते हुए कई दिन तक उसका सैंपल ही नहीं लिया जिस दौरान उक्त महिला की मृत्यु हो गई और 5 दिन तक उसके शव को शव ग्रह में रखे रखा और परिजनों को नहीं सौंपा गया इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए हरियाणा राज्य मानव अधिकार आयोग की खंड पीठ अध्यक्ष न्यायमूर्ति एस के मित्तल , सदस्य के. सी . पूरी एवम् सदस्य दीप भाटिया ने चिकित्सा महानिदेशक हरियाणा को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 17.8.2020 को कि जाएगी। बता दें कि सोनीपत ही नहीं बल्कि राज्यभर में कोरोना के मामले ना केवल बढ़ते जा रहे हैं, बल्कि सरकारी अस्पतालों की हालत भी बदतर होने लगी है। कई कई दिन तक कोरोना के संभावितों के सैंपल तक नहीं लिए जा रहे। यदि सैंपल ले भी लिए जाते हैं तो रिपोर्ट पड़ी रह जाती हैं, तब तक रिपोर्ट के इंतजार में कोरोना संभावित सरेआम घूमते रहते हैं, जिससे समाज में कोरोना का प्रसार होता रहता है। सरकारी अस्पतालों के डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आकर बेहाल स्थिति में हैं। इसलिए कोरोना की स्थिति खतरनाक स्टेज पर दिखाई देने लगी है। जहां तक सोनीपत की बात है तो यह शहर भी कोरोना के मामलों को लेकर राज्य में तीसरे नंबर पर आ चुका है।